हमें सुख मे साथी चाहिये। – दुख मे तो हमारी बेटी अकेली ही काफी है।
बिटिया बड़ी हो गयी। एक रोज उसने बड़े सहज भाव में अपने पिता से पूछा – “पापा, क्या मैंने आपको
Read Moreबिटिया बड़ी हो गयी। एक रोज उसने बड़े सहज भाव में अपने पिता से पूछा – “पापा, क्या मैंने आपको
Read MoreEk Baar Suno Kuch Aisa Hua, Wo Mujh Ko Mili Main Us Ko Mila, Izhar Hua Iqraar Hua, Wo Dost
Read MoreEk ladki roz ek gali se gujra karti thi, apne chere ko nakab se dhaka rakhti thi. Ek ladka uspe
Read MoreWo mehandi lage hath dikha ke royi, Main kisi or ki hun ye bta ke royi, Shayd use zindagi bhar
Read More