Nirankari Shayari बिना माँगें इतना दिया , दामन मेँ मेरे , समाया नहीं Subodh March 23, 2017 0 Comments Nirankari Baba Ji Shayari, Nirankari SMS in Hindi कुरबान जाऊँ तेरी रहमत पर, एहसान किया और जतलाया नहीं बिना माँगें इतना दिया , दामन मेँ मेरे , समाया नहीं जितना दिया सतगुरू ने मुझको , उतनी तो मेरी औकात नहीं यह तो करम है उनका , वरना मुझ मेँ तो ऐसी बात नहीं ।