है बँधी तक़दीर जलती डार से – तक़दीर का बँटवारा
है बँधी तक़दीर जलती डार से, आशियाँ को छोड़ उड़ जाऊँ कहाँ? वेदना मन की सही जाती नहीं, यह ज़हर
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Read Moreहमने खुद को लुटाया तुम्हारा प्यार पाने को तुमने भी इशारा किया अपनी चाहत बताने को अब बस यादे है
Read Moreमंजिलें भी जिद्दी हैं . रास्ते भी जिद्दी हैं, देखते है कल क्या होगा, हौसले भी तो जिद्दी हैं ।
Read MoreWalking is the best exercise..! ‘Walk Away’ from arguments that lead you to nowhere but anger. ‘Walk Away’ from people
Read Moreमैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं.. तुम मत मेरी मंजिल आसान करो.. हैं फ़ूल रोकते, काटें मुझे चलाते.. मरुस्थल,
Read MoreJo baat kehte darte hain sab, tu woh baat likh Itni andheri thhi na kabhi pehle raat, likh Jin se
Read Moreमंजिल यूँ ही नहीं मिलती राही को, जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है, पूछा चिड़िया से कि घोसला कैसे
Read Moreसस्ते में लूट लेती है ये दुनिया अक्सर उन्हें जिन्हें खुद की कीमत का अंदाज़ा नहीं होता…. Increase Your
Read MoreDesh k liye jisne vilas ko thukraya tha, Tyag videshi dhage usne khud hi khaadi banaya tha, Pehen k kaath
Read Moreमँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ , हासिल कहाँ नसीब से होती हैं ! मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं
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