प्रभु का रास्ता बड़ा सीधा है, और बड़ा उलझा भी
प्रभु का रास्ता बड़ा सीधा है
और बड़ा उलझा भी
बुद्धि से चलो तो बहुत उलझा,
भक्ति से चलो तो बड़ा सीधा
विचार से चलो तो बहुत दूर ,
भाव से चलो तो बहुत पास
नजरो से देखो तो कण कण मे ,
अंतर्मन से देखो तो जन जन में..
हर कोई शायद अच्छा नहीं हो सकता …
लेकिन हर किसी में कुछ अच्छा है …
“यह तो ऐसे ही है” ऐसी छबि किसी की ना बनाये …
क्योंकि लोग अलग-अलग लोगों के साथ अलग तरह से पेश आते हैं ..