Heart Touching Poem

माँ तू एक पेड़ है

माँ तू एक पेड़ है
तेरी छांव में मैं रहू उम्र भर
तेरी डाली से निकला हु मैं
तुझी से जिंदा हु मैं
कभी सूख जाउ पत्तो सा
फिर भी टूट कर तेरी गोद में रहू
धूप हो बारिश तुझसे लिपट जाउ मैं,
हवा जब मुझे उड़ा ले जाये तुझी में चिपक जाउ मैं,
तेरी जड़ मैं समा जाउ मैं,
तुझसे शुरू हु तुझ ही पर खत्म हो जाउ मैं ,
तेरे आँचल सा फैला है विस्तार तेरा,
मुझमे तू है तुझसे है पूरा सन्सार मेरा ,

माँ तू एक नदी है
तेरा एक कतरा हु मैं,
तुझमे बह रहा हु मैं,
तुझसे कह रहा हु मैं
की ऑक्सीजन हो तुम मेरी
पिता हाइड्रोजन है
तेरी भाप बन जाउ मैं
मिटने के बाद ,
कभी अलग न होउ
तुझमे सिमटने के बाद,
माँ धार का हिस्सा है प्यार तेरा
मुझसे तू तुझमे है पूरा संसार मेरा

One thought on “माँ तू एक पेड़ है

  • great points altogether, you simply received a brand new reader. What could you recommend about your submit that you just made some days in the past? Any positive?

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