Uncategorized

दोस्त , किताब , रास्ता और सोच!

दोस्त , किताब , रास्ता और सोच!
ये चारों जो जीवन में सही मिलें तो,
ज़िंदगी “निख़र”…. जाती है …
… वर्ना “बिख़र” ज़ाती है …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *