ईश्वर टूटी हुई चीज से बहुत सुन्दरता से काम लेता है!
ईश्वर टूटी हुई चीज से बहुत सुन्दरता से काम लेता है! बादल टूटते हैं तो बारिश होती है !
मिट्टी टूटती है तो “खेत” बनते हैं ! फसल टूटती है तो अनाज ” बीज” बनता है ! बीज टूटता है तो नया “पौधा” बनता है !
इसलिए जब भी अपने को टूटा हुआ महसूस करें तो समझ लीजिए ईश्वर हमारा उपयोग “बेहतर” करना चाहता है !!——
कुछ हंस कर बोल दो, कुछ हंस कर टाल दो, परेशानियां तो बहुत ही है , कुछ वक्त पर डाल दो !!—–
समुद्र मंथन सा लग रहा है यह साल ! इतना विष निकल रहा है तो ” अमृत” भी जरूर निकलेगा !!——
परिवार इंसान की वह सुरक्षा “कवच”है जिसमें रहकर व्यक्ति “सुख-शांति” का अनुभव करता है !!——
इस बार बहुत ठंड पड़ेगी कारण “पैसों” की गरमी सबकी निकल गई है !!—–
दीर्घ आयु के लिए ” खुराक” आधी करें , पानी “दुगुना”करें, व्यायाम “तीगुना” करें, हंसना “चौगुना ” करें और भगवान का ध्यान ” सौगुना ” करें !! —–
जिनके ” रब ” से रिश्ते गहरे होते हैं , उनके आज और कल “सुनहरे ” होते हैं !!——–